शिव पुराण' का सम्बन्ध शैव मत से है। इस पुराण में प्रमुख रूप से शिव-भक्ति और शिव-महिमा का प्रचार-प्रसार किया गया है। प्राय: सभी पुराणों में शिव को त्याग, तपस्या, वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति बताया गया है। कहा गया है कि शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले एवं मनोवांछित फल देने वाले हैं।
Shiv Puran is based on the various stories of Lord Shiva. Shiv, which means the auspicious one, is a popular Hindu deity and is regarded as one of the primary forms of god in Hinduism. He is one of the three most influential gods in contemporary Hinduism and is considered the supreme god within Shaivism.
Get this App to access the entire the very unique and rare Holy Scriptures on your mobile device
The application describes the story of the lord shiva…
* भगवान शंकर के पूर्ण रूप काल भैरव
* शिव और सती का विवाह
* शिव का रौद्र रूप है वीरभद्र
* ऐसे हुई 51 शक्तिपीठों की स्थापना
* शिव-पार्वती विवाह
* शिव विवाह
* भगवती तुलसी की कथा
* कुबेर का अहंकार
* तपस्या का फल
* अर्द्धनारीश्वर शिव
* समुद्र मंथन कथा
* गंगा को जटाओं में बांध लिया शिव ने
* विष्णु को सुदर्शन चक्र
* राम जी और शंकर जी का युद्ध
* हनुमान अवतार
* रावण के जन्म की कथा
* अर्जुन को पाशुपत अस्त्र
* कण्णप्प की भक्ति
* गृहपत्यावतार
* केतकी के पुष्प
* चंद्रमा को शाप से मुक्ति
* शिव का क्रोध
* शिव और सर्प के अबूझ रिश्ते
* शंकरजी द्वारा अर्जुन को पाशुपत अस्त्र
Shiva Puran also teaches about Jyotirlingas-----
Jyotirlinga - हिन्दू धर्म में वेद - पुराणों के अनुसार जहां भगवान शिव खुद प्रगट हुए उन बारह स्थानों पर स्थित भगवान शिव के शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है। ऐसा कहा जाता है की इन स्थानों पर भगवान शिव साक्षात् रूप में वास करते है।
* सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
* मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
* महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
* ॐकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
* केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
* भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
* वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
* त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
* काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग
* नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
* रामेश्वर ज्योतिर्लिंग
* घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग